Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

Jul 19, 2023

 

दौसा । दौसा में क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट से धोखाधड़ी करने वाले शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी विदेश में भाग गया था, इसलिए उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एलओसी जारी की थी। इस मामले में हैरतअंगेज बात यह है कि आरोपी हरि सिंह ने पुलिसवालों और उनके परिचितों को ही ठगी की जाल में फंसाया है।

कोतवाली एसएचओ लालसिंह ने बताया कि आरोपी ने क्रिप्टों करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर पैसों को इन्वेस्ट कराकर लोगों को 3 से 4 गुना फायदा प्रदान कर।

15 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में आरोपी को पुलिसकर्मी गिरफ्तार कर चुके हैं। आरोपी विदेश चला गया था, जिसके बाद उसे अमृतसर एयरपोर्ट एक्सप्रेस वे से गिरफ्तार किया गया है। यह ठगी का मामला दौसा में सामने आया है। इसमें कांस्टेबल राकेश शर्मा और उसके परिचितों को ठगा गया है। क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर आरोपी ने पैसे डलवा लिए थे। यह ठगी के खेल में कांस्टेबल के परिचित और रिश्तेदार भी फंसे हैं। आरोपी को पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ढ़ूंढ़ा था। उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है।


Crypto News Hindi today India Latest

Posted at  10:46 AM - by Admin 0

 

दौसा । दौसा में क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट से धोखाधड़ी करने वाले शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी विदेश में भाग गया था, इसलिए उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एलओसी जारी की थी। इस मामले में हैरतअंगेज बात यह है कि आरोपी हरि सिंह ने पुलिसवालों और उनके परिचितों को ही ठगी की जाल में फंसाया है।

कोतवाली एसएचओ लालसिंह ने बताया कि आरोपी ने क्रिप्टों करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर पैसों को इन्वेस्ट कराकर लोगों को 3 से 4 गुना फायदा प्रदान कर।

15 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में आरोपी को पुलिसकर्मी गिरफ्तार कर चुके हैं। आरोपी विदेश चला गया था, जिसके बाद उसे अमृतसर एयरपोर्ट एक्सप्रेस वे से गिरफ्तार किया गया है। यह ठगी का मामला दौसा में सामने आया है। इसमें कांस्टेबल राकेश शर्मा और उसके परिचितों को ठगा गया है। क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर आरोपी ने पैसे डलवा लिए थे। यह ठगी के खेल में कांस्टेबल के परिचित और रिश्तेदार भी फंसे हैं। आरोपी को पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ढ़ूंढ़ा था। उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है।


Jun 29, 2020

केंद्र सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा (Indian Bans 59 Chinese Apps) दिया है. इसमें टिकटॉक (TikTok Apps) और यूसी ब्राउजर (UC Browser) जैसे ऐप्स शामिल है।
 ✍: 1. टिकटॉक
2. शेयरइट
3. Kwai
4. यूसी ब्राउजर
5. Baidu map
6. शीन
7. क्लैश ऑफ किंग्स
8. डी यू बैटरी सेवर
9. हेलो
10. लाइक
11. यूकैम मेकअप
12. Mi Community
13. सीएम ब्राउजर्स
14. वायरस क्लीनर
15. APUS Browser
16. ROMWE
17. क्लब फैक्टरी
18. न्यूजडॉग
19. ब्यूट्री प्लस
20. वीचैट
21. यूसी न्यूज़
22. QQ Mail
23. वीबो
24. ज़ेन्डर
25. QQ Music
26. QQ Newsfeed
27. बिगो लाइव
28. से​ल्फीसिटी
29. मेल मास्टर
30. पैरेलल स्पेस
31. Mi Video Call — Xiaomi
32. WeSync
33. ईएस फाइल एक्सप्लोरर
34. वीवा वीडियो
35. Meitu
36. वीगो वीडियो
37. न्यू वीडियो स्टेटस
38. डीयू रिकॉर्डर
39. वॉल्ट हाइड
40. कैशे क्लीन
41. डीयू क्लीनर
42. डीयू ब्राउजर
43. Hago Play With New Friends
44. कैमस्कैनर
45. क्लीन मास्टर
46. वंडर कैमरा
47. फोटो वंडर
48. QQ Player
49. वी मीट
50. स्वीट सेल्फी
51. बैदु ट्रांसलेट
52. वीमेट
53. QQ International
54. QQ Security Center
55. QQ Launcher
56. यू वीडियो
57. V fly Status Video
58. मोबाइल लीजेन्ड्स
59. डीयू प्राइवेसी

tiktok ban in india 59 chinese app ban by modi

Posted at  9:33 AM - by Admin 0

केंद्र सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा (Indian Bans 59 Chinese Apps) दिया है. इसमें टिकटॉक (TikTok Apps) और यूसी ब्राउजर (UC Browser) जैसे ऐप्स शामिल है।
 ✍: 1. टिकटॉक
2. शेयरइट
3. Kwai
4. यूसी ब्राउजर
5. Baidu map
6. शीन
7. क्लैश ऑफ किंग्स
8. डी यू बैटरी सेवर
9. हेलो
10. लाइक
11. यूकैम मेकअप
12. Mi Community
13. सीएम ब्राउजर्स
14. वायरस क्लीनर
15. APUS Browser
16. ROMWE
17. क्लब फैक्टरी
18. न्यूजडॉग
19. ब्यूट्री प्लस
20. वीचैट
21. यूसी न्यूज़
22. QQ Mail
23. वीबो
24. ज़ेन्डर
25. QQ Music
26. QQ Newsfeed
27. बिगो लाइव
28. से​ल्फीसिटी
29. मेल मास्टर
30. पैरेलल स्पेस
31. Mi Video Call — Xiaomi
32. WeSync
33. ईएस फाइल एक्सप्लोरर
34. वीवा वीडियो
35. Meitu
36. वीगो वीडियो
37. न्यू वीडियो स्टेटस
38. डीयू रिकॉर्डर
39. वॉल्ट हाइड
40. कैशे क्लीन
41. डीयू क्लीनर
42. डीयू ब्राउजर
43. Hago Play With New Friends
44. कैमस्कैनर
45. क्लीन मास्टर
46. वंडर कैमरा
47. फोटो वंडर
48. QQ Player
49. वी मीट
50. स्वीट सेल्फी
51. बैदु ट्रांसलेट
52. वीमेट
53. QQ International
54. QQ Security Center
55. QQ Launcher
56. यू वीडियो
57. V fly Status Video
58. मोबाइल लीजेन्ड्स
59. डीयू प्राइवेसी

Jun 13, 2020

लोग बीमार क्यों पड़ रहे हैं❓ज्यादा हॉस्पिटल व हर गली मोहल्ले में मेडिकल स्टोर क्यों खुल रहे हैं? ? ? 

 क्या कारण है कि हमारे पूर्वज स्वस्थ जीवन बिताते व लम्बी आयु जीते थे और अब एक व्यक्ति चालीस की उम्र में ही बीमार पड़ने लगता है और रोगों से घिर जाता है कम उम्र में सफेद बाल, नजर से कम दिखना तो आम बात हो गई है और कैंसर, हार्टअटैक के आये दिन मालमे सामने आ रहे है।

पूर्वकाल में हमारे पूर्वजो, दादा परदाओ ने जीवन के तीनो तत्व शुद्ध ग्रहण किये वे है 
1. भोजन 
2. पानी 
3. हवा  
4. चौथा तत्व जो अंत मे बताउगा। 

पहला है
1. *भोजन* : वे जो भोजन गृहण करते थे वह पूर्णता जैविक व शुद्ध होता था *गेहूं में यूरिया नही था* अन्य अनाजों में  *रासायनिक खाद नहीं था* और *फल फ्रूट व सब्जी में पेस्टिसाइड, केमिकल नहीं होता था* ओर जो मांसाहारी थे वे डेढ़ साल में बड़ा हुआ मुर्गा खाते और अब डेढ़ महीने में बड़ा हुआ खाते हैं ओर हा गाय के घी में भी यूरिया पाया जाता है 

दूसरा है 
2. पानी :- जल का जीवन का महत्वपूर्ण भाग हैं पूरी पृथ्वी पर व शरीर में 70% से अधिक जल है 
पहले जो जल था वह पूर्णता स्वच्छ था आज हम जो पानी पी रहे हैं वह हमें को बांध, डेम, कुए, हैंडपंप, ट्यूबेल से आता है वह इनका जलस्तर बारिश के बाद बढ़ता है और बारिश होती है बादलों से जिसमे फैक्टरियों व वाहनों का धुंआ है (कार्बन मोनोऑक्साइड आदि कैमिकल गैस) उससे प्रदूषित अम्लीय वर्षा होती है 
यह वर्षा जल  पहले ही प्रदूषित होता है  और जब पानी खेतों पर गिरता है तो केमिकल और पेस्टिसाइड व रासायनिक खाद आदि को अपने साथ लेकर धरती में व नदी नालों के द्वारा हमारे जल स्रोतों कुए, हैंडपम्प आदि में पहुंच जाता है और वही पानी हम पीते हैं जो कि आजकल बगैर प्यूरीफायर के पीना रोगों को दावत देने जैसा हो गया है ।
 क्योकि पानी का एक सर्वश्रेष्ठ गुण है अगर वह अशुद्ध है तो जब वह गुजरेगा तो अशुद्धता को छोड़कर शुद्ध हो जाएगा और अगर वह शुद्ध है तो वह बहते हुए सारी अशुद्धता अपने साथ ले जाएगा यही हमारे शरीर में भी होता है अगर हम शुद्ध पानी पीते हैं तो वह सारी अशुद्धि हमारे शरीर से निकाल देता है और अगर हम अशुद्ध जल पीते हैं तो वह जल की सारी अशुद्धियां  (फ्री रेडिकल्स) शरीर में छोड़ कर शुद्ध निजल जाता है जिसको फ्री रेडिकल्स कहते ओर ये फ्रेरेडिकल्स हमारे शरीर में जम जाते हैं और शुगर, हार्टअटैक , BP, ज्वाइंट पेन,कमर दर्द इत्यादि रोगों को जन्म देते हैं। अगर पानी शुद्ध होगा तो ये फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर से निकल जाते हैं शुद्ध पानी से यह डिटॉक्स हो जाते हैं।  पानी को व्यर्थ ना बहावे।


तीसरा है 
3- वायु : हाव - आज जो वायु प्रदूषण है वह चरम सीमा पर फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं गाड़ी और वाहनों से निकलने वाला धुआं और केमिकल गैसों के द्वारा उत्पन्न किया गया वायु प्रदूषण, साथ ही जंगल कम हो रहे हैं और पेड़ों को लगातार काटा जा रहा है जिससे ऑक्सीजन का उत्सर्जन भी कम हो रहा है व जो अक्सीजन है या जो वायु है वह भी शुद्ध नहीं है आप और हम तो अपनी जिंदगी निकाल लेंगे लेकिन इसी तरह पेड़ों का दोहन चलता रहा तो आने वाली पीढ़ी को ऑक्सीजन सिलेंडर व एयर प्यूरीफायर के सहारे ही जीना पड़ेगा ।
इसके विपरीत हमारे पूर्वजों को शुद्ध वायु मिली ।


चौथा तत्व 
4. कार्यप्रणाली क्रियाकलाप अब में चौथा तत्व बताता हूं जिसका मैंने अंत में जिक्र करने का कहा था वह तत्व है हमारी नित्य क्रिया और कर्म हम जो कर्म पहले करते थे वह फिजिकल होते थे और आजकल जो कार्य किए जा रहे हैं वो मशीनों से किया जा रहा है जैसे कि पहले हम बाजार जाते थे तो पैदल जाते थे या साइकिल से और अब मोटरसाइकिल या कार से जाते हैं जिससे हमारा पैदल चलना ना के बराबर हो गया इसी तरह ग्रहणी पहले आटा खुद चक्की से पिसती थी अब मशीनों से व मसाले मिक्सर से पिसे  जा रहा है एवं सारे क्रियाकलाप बंद हो गए व्यायाम करना इंसान ने लगभग बंद ही कर दिया या तब करता है जब वह रोगों से घिर जाता है। 

*यहीं सब कारण है कि कम उम्र में लोग बीमार पड़ रहे हैं और ज्यादा मेडिकल वह हॉस्पिटल खुल रहे हैं।*



प्रकृति का भी एक नियम है  give And take जैसा दोगे वैसा पाओगे जितना दोहन करोगे उतना ही पाओगे ज्यादा कर लोगे तो नहीं मिलेगा कम करोगे तो मिलता रहेगा इसलिए कृपया प्रकृति से जुड़े और ऑर्गेनिक व जैविक खेती को बढ़ावा दें यह किसान का कर्तव्य नहीं है यह हर उस व्यक्ति का कर्तव्य है जो सामान खरीदना है दिन भारत के हर एक व्यक्ति जैविक वस्तुओं का उपभोग करने लगेगा उस दिन से भारत का हर किसान जैविक उत्पादन करने लगेगा।

अगर गिव एंड टेक का प्रकृति का नियम हमने जारी नहीं रखा ओर केवल लेते रहे तो आनेवाली पीढ़ी को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी इसलिए ज्यादा से ज्यादा प्रकृति को दें चाहे पेड़ लगाने के रूप में हो, चाहे जैविक खेती के रूप में, या जैविक उत्पाद के उपभोग के रूप मे, आप अपना एक छोटा सा योगदान अवश्य दें... जय धरती माँ। जय माँ अन्नपूर्णा। 

मेरा यह लेख प्रकृति को समर्पित व धारती माँ के श्री चरणों मे अर्पित है लेख में कोई त्रुटि रह गई हो तो क्षमा करें🙏 कु. मयंक प्रताप सिंह मुवालिया

javik Kheti organic food agriculture

Posted at  3:12 AM - by Admin 0

लोग बीमार क्यों पड़ रहे हैं❓ज्यादा हॉस्पिटल व हर गली मोहल्ले में मेडिकल स्टोर क्यों खुल रहे हैं? ? ? 

 क्या कारण है कि हमारे पूर्वज स्वस्थ जीवन बिताते व लम्बी आयु जीते थे और अब एक व्यक्ति चालीस की उम्र में ही बीमार पड़ने लगता है और रोगों से घिर जाता है कम उम्र में सफेद बाल, नजर से कम दिखना तो आम बात हो गई है और कैंसर, हार्टअटैक के आये दिन मालमे सामने आ रहे है।

पूर्वकाल में हमारे पूर्वजो, दादा परदाओ ने जीवन के तीनो तत्व शुद्ध ग्रहण किये वे है 
1. भोजन 
2. पानी 
3. हवा  
4. चौथा तत्व जो अंत मे बताउगा। 

पहला है
1. *भोजन* : वे जो भोजन गृहण करते थे वह पूर्णता जैविक व शुद्ध होता था *गेहूं में यूरिया नही था* अन्य अनाजों में  *रासायनिक खाद नहीं था* और *फल फ्रूट व सब्जी में पेस्टिसाइड, केमिकल नहीं होता था* ओर जो मांसाहारी थे वे डेढ़ साल में बड़ा हुआ मुर्गा खाते और अब डेढ़ महीने में बड़ा हुआ खाते हैं ओर हा गाय के घी में भी यूरिया पाया जाता है 

दूसरा है 
2. पानी :- जल का जीवन का महत्वपूर्ण भाग हैं पूरी पृथ्वी पर व शरीर में 70% से अधिक जल है 
पहले जो जल था वह पूर्णता स्वच्छ था आज हम जो पानी पी रहे हैं वह हमें को बांध, डेम, कुए, हैंडपंप, ट्यूबेल से आता है वह इनका जलस्तर बारिश के बाद बढ़ता है और बारिश होती है बादलों से जिसमे फैक्टरियों व वाहनों का धुंआ है (कार्बन मोनोऑक्साइड आदि कैमिकल गैस) उससे प्रदूषित अम्लीय वर्षा होती है 
यह वर्षा जल  पहले ही प्रदूषित होता है  और जब पानी खेतों पर गिरता है तो केमिकल और पेस्टिसाइड व रासायनिक खाद आदि को अपने साथ लेकर धरती में व नदी नालों के द्वारा हमारे जल स्रोतों कुए, हैंडपम्प आदि में पहुंच जाता है और वही पानी हम पीते हैं जो कि आजकल बगैर प्यूरीफायर के पीना रोगों को दावत देने जैसा हो गया है ।
 क्योकि पानी का एक सर्वश्रेष्ठ गुण है अगर वह अशुद्ध है तो जब वह गुजरेगा तो अशुद्धता को छोड़कर शुद्ध हो जाएगा और अगर वह शुद्ध है तो वह बहते हुए सारी अशुद्धता अपने साथ ले जाएगा यही हमारे शरीर में भी होता है अगर हम शुद्ध पानी पीते हैं तो वह सारी अशुद्धि हमारे शरीर से निकाल देता है और अगर हम अशुद्ध जल पीते हैं तो वह जल की सारी अशुद्धियां  (फ्री रेडिकल्स) शरीर में छोड़ कर शुद्ध निजल जाता है जिसको फ्री रेडिकल्स कहते ओर ये फ्रेरेडिकल्स हमारे शरीर में जम जाते हैं और शुगर, हार्टअटैक , BP, ज्वाइंट पेन,कमर दर्द इत्यादि रोगों को जन्म देते हैं। अगर पानी शुद्ध होगा तो ये फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर से निकल जाते हैं शुद्ध पानी से यह डिटॉक्स हो जाते हैं।  पानी को व्यर्थ ना बहावे।


तीसरा है 
3- वायु : हाव - आज जो वायु प्रदूषण है वह चरम सीमा पर फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं गाड़ी और वाहनों से निकलने वाला धुआं और केमिकल गैसों के द्वारा उत्पन्न किया गया वायु प्रदूषण, साथ ही जंगल कम हो रहे हैं और पेड़ों को लगातार काटा जा रहा है जिससे ऑक्सीजन का उत्सर्जन भी कम हो रहा है व जो अक्सीजन है या जो वायु है वह भी शुद्ध नहीं है आप और हम तो अपनी जिंदगी निकाल लेंगे लेकिन इसी तरह पेड़ों का दोहन चलता रहा तो आने वाली पीढ़ी को ऑक्सीजन सिलेंडर व एयर प्यूरीफायर के सहारे ही जीना पड़ेगा ।
इसके विपरीत हमारे पूर्वजों को शुद्ध वायु मिली ।


चौथा तत्व 
4. कार्यप्रणाली क्रियाकलाप अब में चौथा तत्व बताता हूं जिसका मैंने अंत में जिक्र करने का कहा था वह तत्व है हमारी नित्य क्रिया और कर्म हम जो कर्म पहले करते थे वह फिजिकल होते थे और आजकल जो कार्य किए जा रहे हैं वो मशीनों से किया जा रहा है जैसे कि पहले हम बाजार जाते थे तो पैदल जाते थे या साइकिल से और अब मोटरसाइकिल या कार से जाते हैं जिससे हमारा पैदल चलना ना के बराबर हो गया इसी तरह ग्रहणी पहले आटा खुद चक्की से पिसती थी अब मशीनों से व मसाले मिक्सर से पिसे  जा रहा है एवं सारे क्रियाकलाप बंद हो गए व्यायाम करना इंसान ने लगभग बंद ही कर दिया या तब करता है जब वह रोगों से घिर जाता है। 

*यहीं सब कारण है कि कम उम्र में लोग बीमार पड़ रहे हैं और ज्यादा मेडिकल वह हॉस्पिटल खुल रहे हैं।*



प्रकृति का भी एक नियम है  give And take जैसा दोगे वैसा पाओगे जितना दोहन करोगे उतना ही पाओगे ज्यादा कर लोगे तो नहीं मिलेगा कम करोगे तो मिलता रहेगा इसलिए कृपया प्रकृति से जुड़े और ऑर्गेनिक व जैविक खेती को बढ़ावा दें यह किसान का कर्तव्य नहीं है यह हर उस व्यक्ति का कर्तव्य है जो सामान खरीदना है दिन भारत के हर एक व्यक्ति जैविक वस्तुओं का उपभोग करने लगेगा उस दिन से भारत का हर किसान जैविक उत्पादन करने लगेगा।

अगर गिव एंड टेक का प्रकृति का नियम हमने जारी नहीं रखा ओर केवल लेते रहे तो आनेवाली पीढ़ी को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी इसलिए ज्यादा से ज्यादा प्रकृति को दें चाहे पेड़ लगाने के रूप में हो, चाहे जैविक खेती के रूप में, या जैविक उत्पाद के उपभोग के रूप मे, आप अपना एक छोटा सा योगदान अवश्य दें... जय धरती माँ। जय माँ अन्नपूर्णा। 

मेरा यह लेख प्रकृति को समर्पित व धारती माँ के श्री चरणों मे अर्पित है लेख में कोई त्रुटि रह गई हो तो क्षमा करें🙏 कु. मयंक प्रताप सिंह मुवालिया

Jan 23, 2019


भारत की ५६५ स्वतंत्र रियासतों के 565 रियासतकालीन  राजाओ में से अंतिम जीवित राजा श्री मंत महाराज भानु प्रकाश सिंह जी जिन्होंने अपने स्वयं की रियासत नरसिंहगढ पर शाशन किया व स्वतंत्र भारत में विलय के लिए अपनी रियासत दी अब हमारे बिच नहीं रहे !  महाराज श्री मंत भानु प्रकाश सिंह जी केबिनेट मंत्री व गोवा के राज्यपाल भी रह चुके है  साथ ही भारत के समस्त राजाओ के संघ का अध्यक्ष भी आपको बनाया गया था।  महाराज को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।  (565 self-governing princely states to accede to India passed away) 

------------------------------------------------------------------------------------------
व्यक्ति  विशेष 
महाराज भानू प्रकाश  सिहँ जी पूर्व केंद्रीय मंत्री , गोवा राज्यपाल ने आन बान शान उसूल  के साथ नहीं किया किसी से समझोता                 

जिसने शोहरत और ताक़त को भी ठोकर मार दी, जिसको पाने के लिए लोग बरसों एड़ियां रगड़ते हैं..!!
           ईश्वर  ने आपको वो तमाम चीज़े दीं, जिसको पाना लोगों का ख़्वाब और हसरत होती है....लेकिन उन सब से ऊपर एक ऐसी नायाब चीज़ भी दी....जो आज ता हद्दे नज़र...दूर-दूर तक नज़र नहीं आती....वो नायाब चीज़ है आपकी."खुद्दारी"......!!
 जी हां....खुद्दारी को जो हर सांस जीया  है....उस शख़्स का नाम मैं बहुत अदब ओर  सम्मान  के साथ ले रहा हूं.....  श्रीमंत महाराजा भानू प्रकाश सिंह जी....ये उस शख्सियत
हास्ती  ,,,,,,का नाम है जिसके पास दौलत-शोहरत और ओहदे चलकर ख़ुद क़दम बोसी करने आये...लेकिन खुद्दारी ने इन्हें ठोकर मार दी....!!
मध्य-भारत....मालवा की शोहरत याफ्ता रियासत "नरसिंहगढ़" के अन्तिम शासक महाराजा भानु प्रकाश सिंह जी का ....आप इंदिरा गांधी  केबिनेट में केंद्रीय मंत्री, और गोवा के राज्यपाल रह चुके हैं...!
 महाराज विक्रम सिंह जी के देवलोक गमन पश्चात् 1957 को आप गद्दी नशीन हुए...आपकी शिक्षा-दीक्षा डेली कालेज इंदौर, मेयो कॉलेज अजमेर और सेंट जॉन्स कॉलेज आगरा में हुई.…..!!
आपने वर्ष 1962 में निर्दलीय एक साथ  दो  चुनाव लड़ कर जीत   सक्रीय राजनीति में पदार्पण किया...

इस वर्ष आपने निर्दलीय रूप में नरसिंहगढ़ विधानसभा और राजगढ़ लोकसभा के चुनाव लड़े और दोनों ही चुनाव बड़े अंतर से जीते...अपने नरसिंहगढ़ विधानसभा  की सीट रिक्त कर कैलाश नाथ काटजू जी को नरसिंहगढ़ से चुनाव लड़वाया और जितवाया...जबकि श्री काटजू अपनी सीट जावरा से चुनाव हार चुके थे....नरसिंहगढ़ से जीतने के बाद श्री काटजू मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने..!!

        इसके बाद महाराजा भानु प्रकाश सिंह जी का प्रदेश और देश की राजनीति में सिक्का जम गया...अब प्रदेश का कोई भी मुख्यमंत्री बिना महाराज की या अनुशंसा या हस्तक्षेप के नहीं बन सकता था....आप किंग मेकर की भूमिका में आ गए थे...!!
इस प्रभाव के कारण आप इंदिरा जी के नज़दीक हो गए और 1964 में आपने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली...!!



  • 1966 में आप पार्लियामेंट सेक्रेटरी बनाये गए....
  • 1967 में आप कांग्रेस के टिकट पर सीधी से चुनाव लड़े और भारी अंतर से जीते....
  • मार्च 1967 में इंदिरा जी ने आपको इंडस्ट्रियल डेवलोपमेन्ट,इंटरनल ट्रेड और कंपनी अफेयर्स का उप मंत्री नियुक्त किया....!! 
  • 1970 में आपको पेट्रोलियम, केमिकल, माइंस और मेटल मंत्रालय सौपा गया...!!
  • इस दौरान आपने यूरोप, यूएसए, मिडिल ईस्ट, साऊथ एंड साऊथ ईस्ट एशियाई देशों के दौरे किये
  • आपने वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस ऑफ़ वर्किंग पीपल सोशलिस्ट यूनियन बेलग्राड में 1966 में भाग लिया..
  • आपने यूनाइटेड नेशंस इंडस्ट्रियल डेवलोपमेन्ट ऑर्गेंनाइज़ेशन (UNIDO) में भाग लिया जो अप्रेल 1968 को वियेना में आयोजित की गई थी...!!
  • इसके बाद वो दौर आया जब आपकी खुद्दारी ने पहला क़दम उठाया... 
  • 1 सितंबर 1970 को जब तत्कालीन केंद्र सरकार ने 24 वें संविधान संशोधन के ज़रिये राजा-महाराजाओं को मिलने वाली प्रिवीपर्स को समाप्त करने का निर्णय लिया तो विरोध स्वरूप आपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया....!!
  • तब आप को देश के तमाम देशी राजा.महाराजा और नवाबों ने अपना अध्यक्ष चुन लिया...
  • आप अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष भी चुन लिए गए....!! ले
  • किन कांग्रेस से नरसिंहँगढँ  सीट पर स्वयं  1984 मे विधानसभा चुनाव  हार गए थे उस समय तक प्रदेश राजनीति मे अहम भूमिका निभाई
  • 18 मार्च 1991 को पुनः राजनीति आपके पास चल कर आई और आपको गोवा राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया....

  • यहाँ भी खुद्दारी आपके साथ थी...यहां कोकण रेलवे प्रोजेक्ट के किसी मामले में तत्कालीन गोवा मुख्यमंत्री डॉ विल्फ्रेड डिसूज़ा से विवाद हुआ और आपने भारत के इतिहास में पहली मर्तबा बिना दिल्ली को विश्वास में लिए बॉय गवर्नर पॉवर मुख्यमंत्री डिसूज़ा को डिसमिस कर दिया..!!
     विवाद दिल्ली पहुंचा और राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा ने आपके कार्य को सही माना लेकिन राजनीति आड़े आयी और तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हाराव ने इस क़दम को अनुचित माना.....आपने इस विवाद के चलते पुनः अपनी खुद्दारी से काम लिया और 4 अप्रेल 1994 को राज्यपाल के पद से इस्तीफ़ा दे 
    दिया.....!!
     आपको देश में धीरूभाई अंबानी को पहला बिज़नेस लायसेंस देने, मारुती कार उद्द्योग लगवाने, जयपुर-जबलपुर हाई-वे बनवाने जैसे प्रगतिशील और बड़े उद्द्योगों की स्थापना का श्रेय जाता है.....!!

    देश के औद्योगिकीकरण के शिल्पी इस महान नेता..कुशल प्रशासक, प्रखर विचारक ...आज हमारे साथ शरीरिक  रूप से नही रहे आज 24 जनवरी 2019की सुबह अन्तिम सांसे  ले हमारे बीच नही रहे   .... ...देश दुनिया के लिए  आप का निधन .....होना अपूर्णणीय क्षति है  ईश्वर से प्राथँना  है अपने श्रीचरणो मे स्थान दे ... ऊँ  शाँति 💐!!  Source 











 Source :  www.timesofhindi.com , www.narsinghgarh.com  www.karnisena.com

https://www.bhaskar.com/mp/bhopal/news/maharaja-bhanu-pratap-dies-before-prolonged-illness-of-narsinghgarh-principality-01481092.html






भारत के 565 रियासतकालीन राजाओ में से अंतिम जीवित राजा श्री मंत महाराज भानु प्रकाश सिंह जी अब हमारे बिच नहीं रहे

Posted at  10:28 PM - by Admin 0


भारत की ५६५ स्वतंत्र रियासतों के 565 रियासतकालीन  राजाओ में से अंतिम जीवित राजा श्री मंत महाराज भानु प्रकाश सिंह जी जिन्होंने अपने स्वयं की रियासत नरसिंहगढ पर शाशन किया व स्वतंत्र भारत में विलय के लिए अपनी रियासत दी अब हमारे बिच नहीं रहे !  महाराज श्री मंत भानु प्रकाश सिंह जी केबिनेट मंत्री व गोवा के राज्यपाल भी रह चुके है  साथ ही भारत के समस्त राजाओ के संघ का अध्यक्ष भी आपको बनाया गया था।  महाराज को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।  (565 self-governing princely states to accede to India passed away) 

------------------------------------------------------------------------------------------
व्यक्ति  विशेष 
महाराज भानू प्रकाश  सिहँ जी पूर्व केंद्रीय मंत्री , गोवा राज्यपाल ने आन बान शान उसूल  के साथ नहीं किया किसी से समझोता                 

जिसने शोहरत और ताक़त को भी ठोकर मार दी, जिसको पाने के लिए लोग बरसों एड़ियां रगड़ते हैं..!!
           ईश्वर  ने आपको वो तमाम चीज़े दीं, जिसको पाना लोगों का ख़्वाब और हसरत होती है....लेकिन उन सब से ऊपर एक ऐसी नायाब चीज़ भी दी....जो आज ता हद्दे नज़र...दूर-दूर तक नज़र नहीं आती....वो नायाब चीज़ है आपकी."खुद्दारी"......!!
 जी हां....खुद्दारी को जो हर सांस जीया  है....उस शख़्स का नाम मैं बहुत अदब ओर  सम्मान  के साथ ले रहा हूं.....  श्रीमंत महाराजा भानू प्रकाश सिंह जी....ये उस शख्सियत
हास्ती  ,,,,,,का नाम है जिसके पास दौलत-शोहरत और ओहदे चलकर ख़ुद क़दम बोसी करने आये...लेकिन खुद्दारी ने इन्हें ठोकर मार दी....!!
मध्य-भारत....मालवा की शोहरत याफ्ता रियासत "नरसिंहगढ़" के अन्तिम शासक महाराजा भानु प्रकाश सिंह जी का ....आप इंदिरा गांधी  केबिनेट में केंद्रीय मंत्री, और गोवा के राज्यपाल रह चुके हैं...!
 महाराज विक्रम सिंह जी के देवलोक गमन पश्चात् 1957 को आप गद्दी नशीन हुए...आपकी शिक्षा-दीक्षा डेली कालेज इंदौर, मेयो कॉलेज अजमेर और सेंट जॉन्स कॉलेज आगरा में हुई.…..!!
आपने वर्ष 1962 में निर्दलीय एक साथ  दो  चुनाव लड़ कर जीत   सक्रीय राजनीति में पदार्पण किया...

इस वर्ष आपने निर्दलीय रूप में नरसिंहगढ़ विधानसभा और राजगढ़ लोकसभा के चुनाव लड़े और दोनों ही चुनाव बड़े अंतर से जीते...अपने नरसिंहगढ़ विधानसभा  की सीट रिक्त कर कैलाश नाथ काटजू जी को नरसिंहगढ़ से चुनाव लड़वाया और जितवाया...जबकि श्री काटजू अपनी सीट जावरा से चुनाव हार चुके थे....नरसिंहगढ़ से जीतने के बाद श्री काटजू मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने..!!

        इसके बाद महाराजा भानु प्रकाश सिंह जी का प्रदेश और देश की राजनीति में सिक्का जम गया...अब प्रदेश का कोई भी मुख्यमंत्री बिना महाराज की या अनुशंसा या हस्तक्षेप के नहीं बन सकता था....आप किंग मेकर की भूमिका में आ गए थे...!!
इस प्रभाव के कारण आप इंदिरा जी के नज़दीक हो गए और 1964 में आपने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली...!!



  • 1966 में आप पार्लियामेंट सेक्रेटरी बनाये गए....
  • 1967 में आप कांग्रेस के टिकट पर सीधी से चुनाव लड़े और भारी अंतर से जीते....
  • मार्च 1967 में इंदिरा जी ने आपको इंडस्ट्रियल डेवलोपमेन्ट,इंटरनल ट्रेड और कंपनी अफेयर्स का उप मंत्री नियुक्त किया....!! 
  • 1970 में आपको पेट्रोलियम, केमिकल, माइंस और मेटल मंत्रालय सौपा गया...!!
  • इस दौरान आपने यूरोप, यूएसए, मिडिल ईस्ट, साऊथ एंड साऊथ ईस्ट एशियाई देशों के दौरे किये
  • आपने वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस ऑफ़ वर्किंग पीपल सोशलिस्ट यूनियन बेलग्राड में 1966 में भाग लिया..
  • आपने यूनाइटेड नेशंस इंडस्ट्रियल डेवलोपमेन्ट ऑर्गेंनाइज़ेशन (UNIDO) में भाग लिया जो अप्रेल 1968 को वियेना में आयोजित की गई थी...!!
  • इसके बाद वो दौर आया जब आपकी खुद्दारी ने पहला क़दम उठाया... 
  • 1 सितंबर 1970 को जब तत्कालीन केंद्र सरकार ने 24 वें संविधान संशोधन के ज़रिये राजा-महाराजाओं को मिलने वाली प्रिवीपर्स को समाप्त करने का निर्णय लिया तो विरोध स्वरूप आपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया....!!
  • तब आप को देश के तमाम देशी राजा.महाराजा और नवाबों ने अपना अध्यक्ष चुन लिया...
  • आप अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष भी चुन लिए गए....!! ले
  • किन कांग्रेस से नरसिंहँगढँ  सीट पर स्वयं  1984 मे विधानसभा चुनाव  हार गए थे उस समय तक प्रदेश राजनीति मे अहम भूमिका निभाई
  • 18 मार्च 1991 को पुनः राजनीति आपके पास चल कर आई और आपको गोवा राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया....

  • यहाँ भी खुद्दारी आपके साथ थी...यहां कोकण रेलवे प्रोजेक्ट के किसी मामले में तत्कालीन गोवा मुख्यमंत्री डॉ विल्फ्रेड डिसूज़ा से विवाद हुआ और आपने भारत के इतिहास में पहली मर्तबा बिना दिल्ली को विश्वास में लिए बॉय गवर्नर पॉवर मुख्यमंत्री डिसूज़ा को डिसमिस कर दिया..!!
     विवाद दिल्ली पहुंचा और राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा ने आपके कार्य को सही माना लेकिन राजनीति आड़े आयी और तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हाराव ने इस क़दम को अनुचित माना.....आपने इस विवाद के चलते पुनः अपनी खुद्दारी से काम लिया और 4 अप्रेल 1994 को राज्यपाल के पद से इस्तीफ़ा दे 
    दिया.....!!
     आपको देश में धीरूभाई अंबानी को पहला बिज़नेस लायसेंस देने, मारुती कार उद्द्योग लगवाने, जयपुर-जबलपुर हाई-वे बनवाने जैसे प्रगतिशील और बड़े उद्द्योगों की स्थापना का श्रेय जाता है.....!!

    देश के औद्योगिकीकरण के शिल्पी इस महान नेता..कुशल प्रशासक, प्रखर विचारक ...आज हमारे साथ शरीरिक  रूप से नही रहे आज 24 जनवरी 2019की सुबह अन्तिम सांसे  ले हमारे बीच नही रहे   .... ...देश दुनिया के लिए  आप का निधन .....होना अपूर्णणीय क्षति है  ईश्वर से प्राथँना  है अपने श्रीचरणो मे स्थान दे ... ऊँ  शाँति 💐!!  Source 











 Source :  www.timesofhindi.com , www.narsinghgarh.com  www.karnisena.com

https://www.bhaskar.com/mp/bhopal/news/maharaja-bhanu-pratap-dies-before-prolonged-illness-of-narsinghgarh-principality-01481092.html






Mar 15, 2017

संजय लीला भांडसाली की फिल्म पद्मावती का सेट कोलापुर महाराष्ट्र में अज्ञात लोगो ने जलाया ।
उन अज्ञात लोगो को धन्यवाद

और करो हमारी संस्कृति और इतिहास से छेड़ छाड़। सावधान!!! अब हिन्दू जाग गया है।

करणी सेना के वीर सेनिको को सलाम जिन्होंने भांड़साली को पिटा।

और वे भड़वे व गद्दार जो संजय लीला भंडसाली के पक्ष में उतारे थे उनसे
एक सवाल वो तब कहा थे जब सलमान खान ने सुभाष घई को  थप्पड़ मारा था।

मेरा जवाब तब साले डर गये थे, और अब बहादुरी दिखा रहे है।

http://www.timesofhindi.com/2017/03/padmavati-set-kolapur-burn.html

मयंक प्रताप सिंह राजावत
7566688843

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती का सेट कोलापुर महाराष्ट्र में अज्ञात लोगो ने जलाया ।

Posted at  1:54 AM - by Admin 0

संजय लीला भांडसाली की फिल्म पद्मावती का सेट कोलापुर महाराष्ट्र में अज्ञात लोगो ने जलाया ।
उन अज्ञात लोगो को धन्यवाद

और करो हमारी संस्कृति और इतिहास से छेड़ छाड़। सावधान!!! अब हिन्दू जाग गया है।

करणी सेना के वीर सेनिको को सलाम जिन्होंने भांड़साली को पिटा।

और वे भड़वे व गद्दार जो संजय लीला भंडसाली के पक्ष में उतारे थे उनसे
एक सवाल वो तब कहा थे जब सलमान खान ने सुभाष घई को  थप्पड़ मारा था।

मेरा जवाब तब साले डर गये थे, और अब बहादुरी दिखा रहे है।

http://www.timesofhindi.com/2017/03/padmavati-set-kolapur-burn.html

मयंक प्रताप सिंह राजावत
7566688843

Jan 27, 2017

राजपूतों में आक्रोश - पद्मावती के सम्मान में करणी सैनिक मैदान में

'Padmavati' shoot stalled in Jaipur; activists protest over distorting historical facts

चितौड़गढ की रानी पद्मिनी पर संजय लीला भंसाली द्वारा बनाई जा रही फिल्म "पद्मावती" की जयगढ में चल रही शूटिंग को लेकर समाज में आक्रोश..... 

करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के खिलाफ नाराजगी जताते हुए शूटिंग रुकवाई...... 

हम सभी इस प्रकार की हर एक फिल्म का पुरजोर विरोध करते है जिसमें हमारे इतिहास को तोड़ मरोड़कर पेश किया जाता है..... 

संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग शुरू भी नहीं हुई है कि इसका विरोध शुरू हो गया है. फिल्म में दीपिका पादुकोण चित्तौड़ के राजा रतनसेन की पत्नी रानी पद्मिनी (पद्मावती) का किरदार निभा रही हैं.

फिल्म में दीपिका के पति की भूमिका में शाहिद कपूर नजर आएंगे. वहीं रणवीर सिंह को अलाऊद्दीन खिलजी के रोल के लिए साइन किया गया है. इस फिल्म का विरोध गुजरात में भी हो रहा है. वहीं, राजस्थान में राजपूत करणी सेना इस फिल्म के सख्त खिलाफ है.


फिल्म को ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़मरोड़ कर रिलीज किया गया तो करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, ऐसे में कानून और व्यवस्था की समस्या सामने आ सकती है. गलत तथ्यों के साथ अगर ये फिल्म बनती है तो इसे देश के सिनेमाहॉल में चलने नहीं दिया जाएगा. रानी पद्मिनी का नाम राजस्थान के इतिहास में बहुत आदर के साथ लिया जाता है. उन्होंने चित्तौड़ के आत्मसम्मान के लिए 1600 और रानियों के साथ जलते कुंड में कूद कर जान दे दी थी. ऐसा उन्होंने अलाउद्दीन खिलजी के चित्तौड़गढ़ पर हमले के दौरान किया था.

राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने बताया कि भंसाली ने फिल्म के इतिहास को ठीक तरह से नहीं पढ़ा, ऐसे में रानी पद्मिनी की छवि को नुकसान पहुंचने की आशंका है.

किसी भी फिल्मकार को मनोरंजन के नाम पर इतिहास को नुकसान पहुंचाने का अधिकार नहीं है. 

इस फिल्म की शूटिंग पहले चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक किले में होनी थी, लेकिन करनी सेना के विरोध को देखते हुए फिल्म के लिए किले का पूरा सेटअप मुंबई में ही लगाया गया. राजपूत करणी सेना के संभाग प्रभारी भूपेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि भंसाली की इस फिल्म में रानी पद्मिनी को अलाउदीन खिलजी की प्रेमिका के रूप में बताया जा रहा है जो मेवाड़ के इतिहास को खंडित करने जैसा है.

इससे पहले संजय लीला भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी को भी ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़मरोड़ के आरोपों की वजह से ही विरोध का सामना करना पड़ा था.


इसी समूह ने किया था जोधा-अकबर का विरोध

- इसी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने एकता कपूर के सीरियल जोधा-अकबर का भी भारी विरोध किया था।

- करणी सेना का आरोप था कि सीरियल में भी इतिहास को तोड़-मरोड़ कर जोधा को गलत तरीके से पेश किया गया था।



अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो भंसाली जैसे लोगो पर भी हमला होगा।

हम राजपूत है गुंडे नहीं धर्म और संस्कृति की रक्षा करना ही राजपूतो का कर्त्तव्य है। हम वाही कर रहे है जो हम वर्षो से करते आ रहे है 

http://www.timesofhindi.com/2017/01/blog-post_27.html?m=1

श्री *राजपूत करणी सेना* के 

     *जय राजपुताना*

अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो *भंसाली* जैसे लोगो पर भी हमला होगा।
हम राजपूत है गुंडे नहीं धर्म और संस्कृति की रक्षा करना ही राजपूतो का कर्त्तव्य है। हम वाही कर रहे है जो हम वर्षो से करते आ रहे है ।

में श्री *राजपूत करणी सेना* के साथ हु।
मयंक प्रताप सिंह राजावत
जय राजपुताना

अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो *भंसाली* जैसे लोगो पर भी हमला होगा।

Posted at  10:46 PM - by Admin 0

राजपूतों में आक्रोश - पद्मावती के सम्मान में करणी सैनिक मैदान में

'Padmavati' shoot stalled in Jaipur; activists protest over distorting historical facts

चितौड़गढ की रानी पद्मिनी पर संजय लीला भंसाली द्वारा बनाई जा रही फिल्म "पद्मावती" की जयगढ में चल रही शूटिंग को लेकर समाज में आक्रोश..... 

करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के खिलाफ नाराजगी जताते हुए शूटिंग रुकवाई...... 

हम सभी इस प्रकार की हर एक फिल्म का पुरजोर विरोध करते है जिसमें हमारे इतिहास को तोड़ मरोड़कर पेश किया जाता है..... 

संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग शुरू भी नहीं हुई है कि इसका विरोध शुरू हो गया है. फिल्म में दीपिका पादुकोण चित्तौड़ के राजा रतनसेन की पत्नी रानी पद्मिनी (पद्मावती) का किरदार निभा रही हैं.

फिल्म में दीपिका के पति की भूमिका में शाहिद कपूर नजर आएंगे. वहीं रणवीर सिंह को अलाऊद्दीन खिलजी के रोल के लिए साइन किया गया है. इस फिल्म का विरोध गुजरात में भी हो रहा है. वहीं, राजस्थान में राजपूत करणी सेना इस फिल्म के सख्त खिलाफ है.


फिल्म को ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़मरोड़ कर रिलीज किया गया तो करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, ऐसे में कानून और व्यवस्था की समस्या सामने आ सकती है. गलत तथ्यों के साथ अगर ये फिल्म बनती है तो इसे देश के सिनेमाहॉल में चलने नहीं दिया जाएगा. रानी पद्मिनी का नाम राजस्थान के इतिहास में बहुत आदर के साथ लिया जाता है. उन्होंने चित्तौड़ के आत्मसम्मान के लिए 1600 और रानियों के साथ जलते कुंड में कूद कर जान दे दी थी. ऐसा उन्होंने अलाउद्दीन खिलजी के चित्तौड़गढ़ पर हमले के दौरान किया था.

राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने बताया कि भंसाली ने फिल्म के इतिहास को ठीक तरह से नहीं पढ़ा, ऐसे में रानी पद्मिनी की छवि को नुकसान पहुंचने की आशंका है.

किसी भी फिल्मकार को मनोरंजन के नाम पर इतिहास को नुकसान पहुंचाने का अधिकार नहीं है. 

इस फिल्म की शूटिंग पहले चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक किले में होनी थी, लेकिन करनी सेना के विरोध को देखते हुए फिल्म के लिए किले का पूरा सेटअप मुंबई में ही लगाया गया. राजपूत करणी सेना के संभाग प्रभारी भूपेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि भंसाली की इस फिल्म में रानी पद्मिनी को अलाउदीन खिलजी की प्रेमिका के रूप में बताया जा रहा है जो मेवाड़ के इतिहास को खंडित करने जैसा है.

इससे पहले संजय लीला भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी को भी ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़मरोड़ के आरोपों की वजह से ही विरोध का सामना करना पड़ा था.


इसी समूह ने किया था जोधा-अकबर का विरोध

- इसी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने एकता कपूर के सीरियल जोधा-अकबर का भी भारी विरोध किया था।

- करणी सेना का आरोप था कि सीरियल में भी इतिहास को तोड़-मरोड़ कर जोधा को गलत तरीके से पेश किया गया था।



अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो भंसाली जैसे लोगो पर भी हमला होगा।

हम राजपूत है गुंडे नहीं धर्म और संस्कृति की रक्षा करना ही राजपूतो का कर्त्तव्य है। हम वाही कर रहे है जो हम वर्षो से करते आ रहे है 

http://www.timesofhindi.com/2017/01/blog-post_27.html?m=1

श्री *राजपूत करणी सेना* के 

     *जय राजपुताना*

अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो *भंसाली* जैसे लोगो पर भी हमला होगा।
हम राजपूत है गुंडे नहीं धर्म और संस्कृति की रक्षा करना ही राजपूतो का कर्त्तव्य है। हम वाही कर रहे है जो हम वर्षो से करते आ रहे है ।

में श्री *राजपूत करणी सेना* के साथ हु।
मयंक प्रताप सिंह राजावत
जय राजपुताना

अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो *भंसाली* जैसे लोगो पर भी हमला होगा।
हम राजपूत है गुंडे नहीं धर्म और संस्कृति की रक्षा करना ही राजपूतो का कर्त्तव्य है। हम वाही कर रहे है जो हम वर्षो से करते आ रहे है ।

में श्री *राजपूत करणी सेना* के साथ हु।
मयंक प्रताप सिंह राजावत
जय राजपुताना

अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो *भंसाली* जैसे लोगो पर भी हमला होगा।

Posted at  10:46 PM - by Admin 0

अगर हमारी भारतीय संस्कृति पर हमला होगा तो *भंसाली* जैसे लोगो पर भी हमला होगा।
हम राजपूत है गुंडे नहीं धर्म और संस्कृति की रक्षा करना ही राजपूतो का कर्त्तव्य है। हम वाही कर रहे है जो हम वर्षो से करते आ रहे है ।

में श्री *राजपूत करणी सेना* के साथ हु।
मयंक प्रताप सिंह राजावत
जय राजपुताना

Nov 8, 2016


काले धन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी ने एक बहुत ही सराहनीय व कठोर कदम उठाते  हुए आज रात १२ बजे से  ५०० रुपए और १००० रुपये के नोट पर रोक लगा दी है अब ये एक कागज के टुकड़े के बराबर हो जायगे।

९ व १० नवम्बर को सारे बैंक बंद रहेगे।


जिनके पास भी ये नोट है वे इन्हें १०-नवम्बर से ३० दिसंबर तक बैंको व डाक घर में जमा करा सकते है।
PM मोदी का हिंदुस्तान की जनता को 'सरप्राईज़ झटका', 500-1000 रूपए के नोट होंगे बंद, नहीं कर सकेंगे इनसे लेन-देन

नई दिल्ली। ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक से देश की जनता से रु-ब-रु हुए। शाम 8 बजे प्रधानमंत्री ने दूरदर्शन के माध्यम से देश की जनता को संबोधित किया।

पीएम मोदी के संदेश की ये रहीं प्रमुख बातें

- सीमा पार के हमारे शत्रु जाली नोटों के जरिये अपना धंधा भारत में चलाते हैं और यह सालों से चल रहा है।

- आज मध्य रात्रि से वर्तमान में जारी 500 रुपये और 1,000 रुपये के करेंसी नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे यानि ये मुद्राएँ कानूनन अमान्य होंगी ।

500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों के जरिये लेन देन की व्यवस्था आज मध्य रात्रि से उपलब्ध नहीं होगी।

- 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये, 10 रुपये, 5 रुपये, 2 रुपये और 1 रूपया का नोट और सभी सिक्के नियमित हैं और लेन देन के लिए उपयोग हो सकते हैं।

- 9 नवम्बर और कुछ स्थानों में 10 नवम्बर को भी ATM काम नहीं करेंगे।

- देशवाशियों को कम से कम तकलीफ का सामना करना पड़े, इसके लिए हमने कुछ इंतज़ाम किये हैं।

- 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट, 10 नवम्बर से लेकर 30 दिसम्बर तक अपने बैंक या डाक घर के खाते में बिना किसी सीमा के जमा करवा सकते हैं।

- आपकी धनराशि आपकी ही रहेगी, आपको कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।

- पिछले ढाई वर्षों में सवा सौ करोड़ देशवासियों के सहयोग से आज भारत ने ग्लोबल इकॉनमी में एक ब्राइट स्पॉट के रूप में उपस्तिथि दर्ज कराई है।

- यह सरकार गरीबों को समर्पित है और समर्पित रहेगी।

- देश में भ्रष्टाचार और कला धन जैसी बीमारियों ने अपना जड़ जमा लिया है और देश से गरीबी हटाने में ये सबसे बड़ी बाधा है।

- हर देश के विकास के इतिहास में ऐसे क्षण आये हैं जब एक शक्तिशाली और निर्णायक कदम की आवश्यकता महसूस की गई।

- सीमा पार के हमारे शत्रु जाली नोटों के जरिये अपना धंधा भारत में चलाते हैं और यह सालों से चल रहा है।

५०० रुपए और १००० रुपये के आज रात १२ बजे से नोट बंद

Posted at  7:00 AM - by Admin 0


काले धन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी ने एक बहुत ही सराहनीय व कठोर कदम उठाते  हुए आज रात १२ बजे से  ५०० रुपए और १००० रुपये के नोट पर रोक लगा दी है अब ये एक कागज के टुकड़े के बराबर हो जायगे।

९ व १० नवम्बर को सारे बैंक बंद रहेगे।


जिनके पास भी ये नोट है वे इन्हें १०-नवम्बर से ३० दिसंबर तक बैंको व डाक घर में जमा करा सकते है।
PM मोदी का हिंदुस्तान की जनता को 'सरप्राईज़ झटका', 500-1000 रूपए के नोट होंगे बंद, नहीं कर सकेंगे इनसे लेन-देन

नई दिल्ली। ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक से देश की जनता से रु-ब-रु हुए। शाम 8 बजे प्रधानमंत्री ने दूरदर्शन के माध्यम से देश की जनता को संबोधित किया।

पीएम मोदी के संदेश की ये रहीं प्रमुख बातें

- सीमा पार के हमारे शत्रु जाली नोटों के जरिये अपना धंधा भारत में चलाते हैं और यह सालों से चल रहा है।

- आज मध्य रात्रि से वर्तमान में जारी 500 रुपये और 1,000 रुपये के करेंसी नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे यानि ये मुद्राएँ कानूनन अमान्य होंगी ।

500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों के जरिये लेन देन की व्यवस्था आज मध्य रात्रि से उपलब्ध नहीं होगी।

- 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये, 10 रुपये, 5 रुपये, 2 रुपये और 1 रूपया का नोट और सभी सिक्के नियमित हैं और लेन देन के लिए उपयोग हो सकते हैं।

- 9 नवम्बर और कुछ स्थानों में 10 नवम्बर को भी ATM काम नहीं करेंगे।

- देशवाशियों को कम से कम तकलीफ का सामना करना पड़े, इसके लिए हमने कुछ इंतज़ाम किये हैं।

- 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट, 10 नवम्बर से लेकर 30 दिसम्बर तक अपने बैंक या डाक घर के खाते में बिना किसी सीमा के जमा करवा सकते हैं।

- आपकी धनराशि आपकी ही रहेगी, आपको कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।

- पिछले ढाई वर्षों में सवा सौ करोड़ देशवासियों के सहयोग से आज भारत ने ग्लोबल इकॉनमी में एक ब्राइट स्पॉट के रूप में उपस्तिथि दर्ज कराई है।

- यह सरकार गरीबों को समर्पित है और समर्पित रहेगी।

- देश में भ्रष्टाचार और कला धन जैसी बीमारियों ने अपना जड़ जमा लिया है और देश से गरीबी हटाने में ये सबसे बड़ी बाधा है।

- हर देश के विकास के इतिहास में ऐसे क्षण आये हैं जब एक शक्तिशाली और निर्णायक कदम की आवश्यकता महसूस की गई।

- सीमा पार के हमारे शत्रु जाली नोटों के जरिये अपना धंधा भारत में चलाते हैं और यह सालों से चल रहा है।

Aug 9, 2015

जो लोग बहाने बनाते हैं वे ये उदाहरण जरूर पढे ।

बहाने Vs सफलता  

उदाहरण :-

1- मुझे उचित शिक्षा लेने का
अवसर नही मिला...

उचित शिक्षा का  अवसर
फोर्ड मोटर्स के मालिक
हेनरी फोर्ड को भी नही मिला ।

**********************

2- मै इतनी बार हार चूका ,
अब हिम्मत नही...

अब्राहम लिंकन 15 बार
चुनाव हारने के बाद राष्ट्रपति बने।

**********************

3- मै अत्यंत गरीब घर से हूँ ...

पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी
गरीब घर से थे ।

*********************

4- बचपन से ही अस्वस्थ था...

आँस्कर विजेता अभिनेत्री
मरली मेटलिन भी बचपन से
बहरी व अस्वस्थ थी ।

**********************

5 - मैने साइकिल पर घूमकर
आधी ज़िंदगी गुजारी है...

निरमा के करसन भाई पटेल ने भी
साइकिल पर निरमा बेचकर
आधी ज़िंदगी गुजारी ।

**********************

6- एक दुर्घटना मे
अपाहिज होने के बाद
मेरी हिम्मत चली गयी...

प्रख्यात नृत्यांगना
सुधा चन्द्रन के पैर नकली है ।

**************************

7- मुझे बचपन से मंद बुद्धि
कहा जाता है...

थामस अल्वा एडीसन को भी
बचपन से मंदबुद्धि कहा जता था।

************************

8- बचपन मे ही मेरे पिता का
देहाँत हो गया था...

प्रख्यात संगीतकार
ए.आर.रहमान के पिता का भी
देहांत बचपन मे हो गया था।

***********************

9- मुझे बचपन से परिवार की
जिम्मेदारी उठानी पङी...

लता मंगेशकर को भी
बचपन से परिवार की जिम्मेदारी
उठानी पङी थी।

*********************

10- मेरी लंबाई बहुत कम है...

सचिन तेंदुलकर की भी
लंबाई कम है।

*********************

11- मै एक छोटी सी
नौकरी करता हूँ ,

इससे क्या होगा...
धीरु अंबानी भी
छोटी नौकरी करते थे।

**********************

12- मेरी कम्पनी एक बार
दिवालिया हो चुकी है ,
अब मुझ पर कौन भरोसा करेगा...

दुनिया की सबसे बङी
शीतल पेय निर्माता पेप्सी कोला भी
दो बार दिवालिया हो चुकी है ।

*********************

13- मेरा दो बार नर्वस
ब्रेकडाउन हो चुका है ,
अब क्या कर पाउँगा...

डिज्नीलैंड बनाने के पहले
वाल्ट डिज्नी का तीन बार
नर्वस ब्रेकडाउन हुआ था।

**************************

14- मेरी उम्र बहुत ज्यादा है...

विश्व प्रसिद्ध केंटुकी फ्राइड चिकेन
के मालिक ने 60 साल की उम्र मे
पहला रेस्तरा खोला था।

*********************

15- मेरे पास बहुमूल्य आइडिया है
पर लोग अस्वीकार कर देते है...

जेराँक्स फोटो कापी मशीन के
आईडिया को भी ढेरो कंपनियो ने
अस्वीकार किया था पर आज
परिणाम सामने है ।

*************************

16- मेरे पास धन नही...
इन्फोसिस के पूर्व चेयरमैन
नारायणमूर्ति के पास भी धन नही था
उन्हे अपनी पत्नी के गहने बेचने पङे।

*************************

17- मुझे ढेरो बीमारियां है..

वर्जिन एयरलाइंस के प्रमुख भी
अनेको बीमारियो मे थे |
राष्ट्रपति रुजवेल्ट के दोनो पैर
काम नही करते थे।

*************************

आज आप जहाँ भी है
या कल जहाँ भी होगे
इसके लिए आप किसी और को
जिम्मेदार नही ठहरा सकते ,
इसलिए आज चुनाव करिये -
सफलता और सपने चाहिए
या खोखले बहाने ...

धन्यवाद
मयंक सिंह राजावत
07566688843
  

बहाने ओर सफलता

Posted at  6:25 AM - by Admin 0

जो लोग बहाने बनाते हैं वे ये उदाहरण जरूर पढे ।

बहाने Vs सफलता  

उदाहरण :-

1- मुझे उचित शिक्षा लेने का
अवसर नही मिला...

उचित शिक्षा का  अवसर
फोर्ड मोटर्स के मालिक
हेनरी फोर्ड को भी नही मिला ।

**********************

2- मै इतनी बार हार चूका ,
अब हिम्मत नही...

अब्राहम लिंकन 15 बार
चुनाव हारने के बाद राष्ट्रपति बने।

**********************

3- मै अत्यंत गरीब घर से हूँ ...

पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी
गरीब घर से थे ।

*********************

4- बचपन से ही अस्वस्थ था...

आँस्कर विजेता अभिनेत्री
मरली मेटलिन भी बचपन से
बहरी व अस्वस्थ थी ।

**********************

5 - मैने साइकिल पर घूमकर
आधी ज़िंदगी गुजारी है...

निरमा के करसन भाई पटेल ने भी
साइकिल पर निरमा बेचकर
आधी ज़िंदगी गुजारी ।

**********************

6- एक दुर्घटना मे
अपाहिज होने के बाद
मेरी हिम्मत चली गयी...

प्रख्यात नृत्यांगना
सुधा चन्द्रन के पैर नकली है ।

**************************

7- मुझे बचपन से मंद बुद्धि
कहा जाता है...

थामस अल्वा एडीसन को भी
बचपन से मंदबुद्धि कहा जता था।

************************

8- बचपन मे ही मेरे पिता का
देहाँत हो गया था...

प्रख्यात संगीतकार
ए.आर.रहमान के पिता का भी
देहांत बचपन मे हो गया था।

***********************

9- मुझे बचपन से परिवार की
जिम्मेदारी उठानी पङी...

लता मंगेशकर को भी
बचपन से परिवार की जिम्मेदारी
उठानी पङी थी।

*********************

10- मेरी लंबाई बहुत कम है...

सचिन तेंदुलकर की भी
लंबाई कम है।

*********************

11- मै एक छोटी सी
नौकरी करता हूँ ,

इससे क्या होगा...
धीरु अंबानी भी
छोटी नौकरी करते थे।

**********************

12- मेरी कम्पनी एक बार
दिवालिया हो चुकी है ,
अब मुझ पर कौन भरोसा करेगा...

दुनिया की सबसे बङी
शीतल पेय निर्माता पेप्सी कोला भी
दो बार दिवालिया हो चुकी है ।

*********************

13- मेरा दो बार नर्वस
ब्रेकडाउन हो चुका है ,
अब क्या कर पाउँगा...

डिज्नीलैंड बनाने के पहले
वाल्ट डिज्नी का तीन बार
नर्वस ब्रेकडाउन हुआ था।

**************************

14- मेरी उम्र बहुत ज्यादा है...

विश्व प्रसिद्ध केंटुकी फ्राइड चिकेन
के मालिक ने 60 साल की उम्र मे
पहला रेस्तरा खोला था।

*********************

15- मेरे पास बहुमूल्य आइडिया है
पर लोग अस्वीकार कर देते है...

जेराँक्स फोटो कापी मशीन के
आईडिया को भी ढेरो कंपनियो ने
अस्वीकार किया था पर आज
परिणाम सामने है ।

*************************

16- मेरे पास धन नही...
इन्फोसिस के पूर्व चेयरमैन
नारायणमूर्ति के पास भी धन नही था
उन्हे अपनी पत्नी के गहने बेचने पङे।

*************************

17- मुझे ढेरो बीमारियां है..

वर्जिन एयरलाइंस के प्रमुख भी
अनेको बीमारियो मे थे |
राष्ट्रपति रुजवेल्ट के दोनो पैर
काम नही करते थे।

*************************

आज आप जहाँ भी है
या कल जहाँ भी होगे
इसके लिए आप किसी और को
जिम्मेदार नही ठहरा सकते ,
इसलिए आज चुनाव करिये -
सफलता और सपने चाहिए
या खोखले बहाने ...

धन्यवाद
मयंक सिंह राजावत
07566688843
  

Jan 17, 2015

---: हिन्दुओं :--- अभी आसाम और बंगाल :---
फिर कल -- बारी आप की -- तब कहाँ जाओगे --??--
आज पुरे विश्व में इसाई समाज का 60 देशों में शासन चलता है।
दुनियां में मुसलमानों का भी 50 देशों पर राज है।
इन दोनों कोमो में सबसे पहले अपने धर्म के लोग और अपना धर्म होता है।
ये दोनों कोमे ही खुद के सामने हर धर्म को नीचा मानते है,
ये खुद को सारी दुनियां से ताकतवर और शासक वर्ग मानते है।
अगर इसाईयों और मुसलमानों को भारत से निकाल दे तो वो किसी दुसरे देश में जा सकता हैं, कहीं भी जाकर शरण और सहायता पा सकता है।
लेकिन यहाँ तो -- सारी गंगा ही उलटी बह रही है।
क्या आपने - कभी सोचा है:---
कहाँ जाओगे कहाँ आप को सहायता और शरण मिलेगी --??--
अब गिनती कीजिये - कहाँ कहाँ क्या हाल है :---
मामला बहुत “गम्भीर मोड़” तक पहुंच चुका है।
देश का कोई भी कोना बाकी नही है,
जहाँ ये “मुसल्ले उपद्रव” नही कर रहे हो।
कश्मीर से घाटी से हिन्दुओं को पूरी तरह से खदेड़ दिया गया,
केरल में भी हिन्दुओं का बहुत बुरा हाल है और चुन चुन कर हिंदूवादी नेताओं का मारा जाता है।
अब आसाम पूरे को आज में झोंक दिया गया,
दिन रात हिन्दुओ मारा और वहाँ से भगाया जा रहा है।
“केरल,कश्मीर और आसाम” तो आज भी इन के “पुरे कब्जे” में है।
आधा-तमिलनाडू,,आधा आंध्रप्रदेश,,आधा उतरप्रदेश,,आधा-बिहार,
बंगाल पूरा जल रहा है।
इन सभी इलाकों में इन्ही की “तूती” बोलती है।
अब बाकी बचे देश के दुसरे हिस्सों में भी ये चुप नही बैठे है।
चाहे “हरियाणा हो चाहे राजस्थान हो”,,
“चाहे महाराष्ट हो,और चाहे कर्नाटक हो”,
कुछ जगहों से भी इन चारों प्रदेशों से हिन्दुओं को भगाया जा चूका है।
इन लोगो की “भयंकर तैयारियां” “रात और दिन” चल रही है-
क्यों की :-- इन को – “अरब देशों” - से “असीमित-दौलत” मिल रही है-
हिन्दू समाज सिर्फ भारत में ही है।
विश्व में हिन्दू समाज के लिए कहीं कोई दूसरी जगह नही है।
आज आसाम पूरा जल रहा है:---
असम में एनडीएफबी (एस) उग्रवादियों के हमले के बाद करीब 2.9 लाख लोग असम के चार जिलों में राहत शिविरों में रह रहे हैं।
सरकारी सूचनाओं के अनुसार :----
लगभग 2.86 लाख लोग कोकराझाड़, सोनितपुर, चिरांग और उदलगुरी जिलों में 139 राहत शिविरों में रह रहे हैं।
विस्‍थापन के मामले में :--- असम ने "सीरिया और इराक" को भी पीछे छोड़ा..
बीते साल हिंसा के चलते पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा आंतरिक विस्थापन असम में हुआ। शुक्रवार को एशियन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स (एसीएचआर) की जारी एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
सोचो - अगर अगर तुम एक न हुए तो :---
ऐसा वक्त आने में न तो समय लगेगा और न किसी को कुछ करना पड़ेगा क्योकि जिम्मेदार हम खुद हैं इन सबके..।
सरिता शर्मा जी के वाल से साभार :---
असम में ईसाई मिशनरियों ने धर्म परंपरा के लोगों पर हमला कर फिर से सिद्ध कर दिया है कि रोमन चर्च काल्पनिक ईसा के चरित्र का क्रॉस लेकर पूरे विश्व को कब्जा करने के लिए पुराने ढंग पर ही चल रहा है।
यही स्थिति तमिल नाम के टाइगर की थी जो ईसाई मिशनरियों के आतंकी संगठन तमिल की आढ़ में चलाते हुए हिंसा कर रहा था।
मीडिया का समाचार को हल्का करने उसे आदिवासी समूह से जोड़ने के ढंग से समझा जा सकता है। यह वही मीडिया है जो कुछ दिन पहले हम हैं पाक के नारे मोमबत्तियां बौद्धिकता झाड़ रहा था।
दलित चिंतकों, वामपंथियों से लेकर जेहादी तक इसे जिस तरह से पलटेंगे वह इनके चरित्र को दिखा देगा।
खबरदार कोई क्रिसमस नाम से धर्म परंपरा के उत्तरायण पर्व को ईसाई गिरोहों के नाम पर कुछ भी बोले। अग्निसाक्षी है धर्म परंपरा के लोगों को जलाने की मारने की उनकी धरती समृद्धि संस्कृति को लूट कर क्रॉस (काटा) लगाने की।
बेशर्मी से ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य को शूद्रों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए झूठी कहानियाँ सुनाने वालों कब हुआ है भारत में नर संहार किस पंथ संप्रदाय ने मौत के मुंह में किसी को डाला है। आज तक दलित की घर वापसी के लिए एक भी दलित चिंतक कहने वाला घर से निकल कर अपने बंधु को जो एक तरफ सरकार को कुछ कहता है और समाज में पहचान कुछ बताता है को घर वापसी कराई है।
धर्म परंपरा वह है जो भेद नहीं करती है भिन्नता का सम्मान करती है तथा
ममेश्वर है यह तीन इब्राहिम के नाम लेने वाले मूसा ईसा मोहम्मद के गिरोह जो हिंसा आतंक से धरती को कब्जाते हैं। इसके साथ-साथ चिल्लाते हैं कि शांति स्वर्ग के ठेकेदार हम ही हैं और कोई देश हमें न रोकें।
पहचान लो कि इनके एक ईश्वर शैतान को...
नीचे दिया लिंक एक बार जरूर खोल कर देखिए, आपके सोए रहने के कारण कब अहिंसा पर चलते हुए आप आतंकवादी हो गए और मुस्लिम-ईसाई हिंसक होते हुए भी कब शांति के दूत और प्रगतिशील हो गए, आपको पता भी नहीं चला! और ऐसे ही सोए रहे तो आपके बच्चों को भी इसका पता नहीं चलेगा...!
मतांतरण पर कानून बनाने के नाम पर ईसाई समुदाय के लोगों ने विरोध किया है और संसद में चर्चा तक नहीं हो सकती है।
बायकाट कर राज्य सभा कार्य रोकने वाले नहीं चाहते कि कानून बने।
राज्य पुलिस प्रशासन लागू करने के लिए जिम्मेदार होता है और सीमावर्ती इलाकों में भी अर्द्धसैनिक बलों को तैनात करने का विरोध किया जा रहा है।
मोदी जी ने बंगाल में मदरसों में हुए बम विस्फोटों के लिए जो कदम उठाए हैं उनके विरुद्ध मदरसा राजनीति के नंगेपन को देखें ममता बनर्जी के घोटालों में फंसने की बात पर ही राज्य के प्रतिनिधि मंडल गायब हो जाते हैं।
हम समस्याओं को सामने लाने के लिए समाज को जोड़ने के लिए विचार कर रहे हैं।
असम में हिंसा के बाद सेवा भारती सेवा कार्य में सक्रिय।
असम में एनडीएफबी (एस) उग्रवादियों के हमले के बाद करीब 2.9 लाख लोग असम के चार जिलों में राहत शिविरों में रह रहे हैं।
सरकारी सूचनाओं के अनुसार :----
लगभग 2.86 लाख लोग कोकराझाड़, सोनितपुर, चिरांग और उदलगुरी जिलों में 139 राहत शिविरों में रह रहे हैं।
सेवा भारती के कार्यकर्ता इन शिविरों में आवश्यक वस्तुओं का वितरण कर रहे हैं।
आसाम मदरसों में हथियारों की ट्रेनिग
भारत में ज्ञान प्राप्तd करने और भारत में ही शरीर त्याaगने वाले ईसा मसीह की वास्तhविकता पर ईसायत मौन!
इन संगठनों के पीछे ईसाई मिशनरी को साबित करते प्रमाणित लिंक देख सकते हैं।
कुछ लोग ईसाई मिशनरी के लिए प्रमाण चाहते हैं।
http://www.satp.org/.../assam/terrorist_outfits/ndfb.htm
LTTE के विषय में ऐसा भ्रम है कि वो हिन्दू तमिल आतंकियों का ग्रुप था।
जबकि सच ये है कि जिन तमिल इसाई नेताओं ने इस आन्दोलन को खड़ा किया था।
उन्हें ही मारकर इसके क्रिस्चियन ग्रुप ने पूरे संघठन को अपने हाथ में लेकर चर्च और विदेशी हथियारों के बल सबसे हिंसक आतंकी संघठन बना दिया।
LTTE के सभी बड़े नेता और प्रमुख क्रिस्चियन थे लेकिन तमिल के नाम पर अन्य हिन्दू तमिलों को अपनी सेना में शामिल करते रहे ।
हिन्दू तमिल अपने क्रिस्चियन तमिल नेताओं के अलगाववादी बातों में आकर उनके आतंकी गतिविधियों का हिस्सा बन गए फिर फिर श्रीलंका की सेना द्वारा दर्दनाक नरसंहार में मारे गए।
उसी तरह चर्च के कांसेप्ट पर बोडो , मणिपुर , नागालैंड के आतंकी संघठन अलगावादी हिंसा कर रहे है ।
असम में हिन्दू सत्तर लोग काल की कोख में चले गये सब चुप हैं
कुछ लोगों की संवेदनाएं भी बस अन्तराष्ट्रीय रह गयी हैं !!
भारत में ज्ञान प्राप्त करने आये और भारत में ही शरीर त्याग ने वाले ईसा मसीह की वास्तविकता पर ईसायत मौन!
इन संगठनों के पीछे ईसाई मिशनरी को साबित करते प्रमाणित लिंक देख सकते हैं
कुछ लोग ईसाई मिशनरी के लिए प्रमाण चाहते हैं
भारत के पश्चिम बंगाल में मुस्लिम बहुल इलाके में हिन्दुओ के श्मशान में अब शव जलाने पर भी पुलिस और मुल्लो परमिशन अनिवार्य---
http://hinduexistence.org/…/hindu-cremation-needs-islamic-…/
http://www.hindujagruti.org/…/20219_hindu-cremation-needs-i…http://www.hindujagruti.org/…/20219_hindu-cremation-needs-i…http://www.hindujagruti.org/…/20219_hindu-cremation-needs-i…
आसाम से लगते – बंगाल का भी हाल जान लीजिये
दुनिया में कब क्या हुआ ये भी जान लीजिये
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=344360035727450&set=a.160206300809492.1073741827.100004603693483&type=1&theater&notif_t=like
-----------------------
मुझे नही लगता -- सभी मित्र-- इतने लिंक देख पाएंगे।
-- गिरधारी भार्गव --4.1.2015---:

अंधकारमय कल

Posted at  11:00 PM - by Unknown 0

---: हिन्दुओं :--- अभी आसाम और बंगाल :---
फिर कल -- बारी आप की -- तब कहाँ जाओगे --??--
आज पुरे विश्व में इसाई समाज का 60 देशों में शासन चलता है।
दुनियां में मुसलमानों का भी 50 देशों पर राज है।
इन दोनों कोमो में सबसे पहले अपने धर्म के लोग और अपना धर्म होता है।
ये दोनों कोमे ही खुद के सामने हर धर्म को नीचा मानते है,
ये खुद को सारी दुनियां से ताकतवर और शासक वर्ग मानते है।
अगर इसाईयों और मुसलमानों को भारत से निकाल दे तो वो किसी दुसरे देश में जा सकता हैं, कहीं भी जाकर शरण और सहायता पा सकता है।
लेकिन यहाँ तो -- सारी गंगा ही उलटी बह रही है।
क्या आपने - कभी सोचा है:---
कहाँ जाओगे कहाँ आप को सहायता और शरण मिलेगी --??--
अब गिनती कीजिये - कहाँ कहाँ क्या हाल है :---
मामला बहुत “गम्भीर मोड़” तक पहुंच चुका है।
देश का कोई भी कोना बाकी नही है,
जहाँ ये “मुसल्ले उपद्रव” नही कर रहे हो।
कश्मीर से घाटी से हिन्दुओं को पूरी तरह से खदेड़ दिया गया,
केरल में भी हिन्दुओं का बहुत बुरा हाल है और चुन चुन कर हिंदूवादी नेताओं का मारा जाता है।
अब आसाम पूरे को आज में झोंक दिया गया,
दिन रात हिन्दुओ मारा और वहाँ से भगाया जा रहा है।
“केरल,कश्मीर और आसाम” तो आज भी इन के “पुरे कब्जे” में है।
आधा-तमिलनाडू,,आधा आंध्रप्रदेश,,आधा उतरप्रदेश,,आधा-बिहार,
बंगाल पूरा जल रहा है।
इन सभी इलाकों में इन्ही की “तूती” बोलती है।
अब बाकी बचे देश के दुसरे हिस्सों में भी ये चुप नही बैठे है।
चाहे “हरियाणा हो चाहे राजस्थान हो”,,
“चाहे महाराष्ट हो,और चाहे कर्नाटक हो”,
कुछ जगहों से भी इन चारों प्रदेशों से हिन्दुओं को भगाया जा चूका है।
इन लोगो की “भयंकर तैयारियां” “रात और दिन” चल रही है-
क्यों की :-- इन को – “अरब देशों” - से “असीमित-दौलत” मिल रही है-
हिन्दू समाज सिर्फ भारत में ही है।
विश्व में हिन्दू समाज के लिए कहीं कोई दूसरी जगह नही है।
आज आसाम पूरा जल रहा है:---
असम में एनडीएफबी (एस) उग्रवादियों के हमले के बाद करीब 2.9 लाख लोग असम के चार जिलों में राहत शिविरों में रह रहे हैं।
सरकारी सूचनाओं के अनुसार :----
लगभग 2.86 लाख लोग कोकराझाड़, सोनितपुर, चिरांग और उदलगुरी जिलों में 139 राहत शिविरों में रह रहे हैं।
विस्‍थापन के मामले में :--- असम ने "सीरिया और इराक" को भी पीछे छोड़ा..
बीते साल हिंसा के चलते पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा आंतरिक विस्थापन असम में हुआ। शुक्रवार को एशियन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स (एसीएचआर) की जारी एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
सोचो - अगर अगर तुम एक न हुए तो :---
ऐसा वक्त आने में न तो समय लगेगा और न किसी को कुछ करना पड़ेगा क्योकि जिम्मेदार हम खुद हैं इन सबके..।
सरिता शर्मा जी के वाल से साभार :---
असम में ईसाई मिशनरियों ने धर्म परंपरा के लोगों पर हमला कर फिर से सिद्ध कर दिया है कि रोमन चर्च काल्पनिक ईसा के चरित्र का क्रॉस लेकर पूरे विश्व को कब्जा करने के लिए पुराने ढंग पर ही चल रहा है।
यही स्थिति तमिल नाम के टाइगर की थी जो ईसाई मिशनरियों के आतंकी संगठन तमिल की आढ़ में चलाते हुए हिंसा कर रहा था।
मीडिया का समाचार को हल्का करने उसे आदिवासी समूह से जोड़ने के ढंग से समझा जा सकता है। यह वही मीडिया है जो कुछ दिन पहले हम हैं पाक के नारे मोमबत्तियां बौद्धिकता झाड़ रहा था।
दलित चिंतकों, वामपंथियों से लेकर जेहादी तक इसे जिस तरह से पलटेंगे वह इनके चरित्र को दिखा देगा।
खबरदार कोई क्रिसमस नाम से धर्म परंपरा के उत्तरायण पर्व को ईसाई गिरोहों के नाम पर कुछ भी बोले। अग्निसाक्षी है धर्म परंपरा के लोगों को जलाने की मारने की उनकी धरती समृद्धि संस्कृति को लूट कर क्रॉस (काटा) लगाने की।
बेशर्मी से ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य को शूद्रों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए झूठी कहानियाँ सुनाने वालों कब हुआ है भारत में नर संहार किस पंथ संप्रदाय ने मौत के मुंह में किसी को डाला है। आज तक दलित की घर वापसी के लिए एक भी दलित चिंतक कहने वाला घर से निकल कर अपने बंधु को जो एक तरफ सरकार को कुछ कहता है और समाज में पहचान कुछ बताता है को घर वापसी कराई है।
धर्म परंपरा वह है जो भेद नहीं करती है भिन्नता का सम्मान करती है तथा
ममेश्वर है यह तीन इब्राहिम के नाम लेने वाले मूसा ईसा मोहम्मद के गिरोह जो हिंसा आतंक से धरती को कब्जाते हैं। इसके साथ-साथ चिल्लाते हैं कि शांति स्वर्ग के ठेकेदार हम ही हैं और कोई देश हमें न रोकें।
पहचान लो कि इनके एक ईश्वर शैतान को...
नीचे दिया लिंक एक बार जरूर खोल कर देखिए, आपके सोए रहने के कारण कब अहिंसा पर चलते हुए आप आतंकवादी हो गए और मुस्लिम-ईसाई हिंसक होते हुए भी कब शांति के दूत और प्रगतिशील हो गए, आपको पता भी नहीं चला! और ऐसे ही सोए रहे तो आपके बच्चों को भी इसका पता नहीं चलेगा...!
मतांतरण पर कानून बनाने के नाम पर ईसाई समुदाय के लोगों ने विरोध किया है और संसद में चर्चा तक नहीं हो सकती है।
बायकाट कर राज्य सभा कार्य रोकने वाले नहीं चाहते कि कानून बने।
राज्य पुलिस प्रशासन लागू करने के लिए जिम्मेदार होता है और सीमावर्ती इलाकों में भी अर्द्धसैनिक बलों को तैनात करने का विरोध किया जा रहा है।
मोदी जी ने बंगाल में मदरसों में हुए बम विस्फोटों के लिए जो कदम उठाए हैं उनके विरुद्ध मदरसा राजनीति के नंगेपन को देखें ममता बनर्जी के घोटालों में फंसने की बात पर ही राज्य के प्रतिनिधि मंडल गायब हो जाते हैं।
हम समस्याओं को सामने लाने के लिए समाज को जोड़ने के लिए विचार कर रहे हैं।
असम में हिंसा के बाद सेवा भारती सेवा कार्य में सक्रिय।
असम में एनडीएफबी (एस) उग्रवादियों के हमले के बाद करीब 2.9 लाख लोग असम के चार जिलों में राहत शिविरों में रह रहे हैं।
सरकारी सूचनाओं के अनुसार :----
लगभग 2.86 लाख लोग कोकराझाड़, सोनितपुर, चिरांग और उदलगुरी जिलों में 139 राहत शिविरों में रह रहे हैं।
सेवा भारती के कार्यकर्ता इन शिविरों में आवश्यक वस्तुओं का वितरण कर रहे हैं।
आसाम मदरसों में हथियारों की ट्रेनिग
भारत में ज्ञान प्राप्तd करने और भारत में ही शरीर त्याaगने वाले ईसा मसीह की वास्तhविकता पर ईसायत मौन!
इन संगठनों के पीछे ईसाई मिशनरी को साबित करते प्रमाणित लिंक देख सकते हैं।
कुछ लोग ईसाई मिशनरी के लिए प्रमाण चाहते हैं।
http://www.satp.org/.../assam/terrorist_outfits/ndfb.htm
LTTE के विषय में ऐसा भ्रम है कि वो हिन्दू तमिल आतंकियों का ग्रुप था।
जबकि सच ये है कि जिन तमिल इसाई नेताओं ने इस आन्दोलन को खड़ा किया था।
उन्हें ही मारकर इसके क्रिस्चियन ग्रुप ने पूरे संघठन को अपने हाथ में लेकर चर्च और विदेशी हथियारों के बल सबसे हिंसक आतंकी संघठन बना दिया।
LTTE के सभी बड़े नेता और प्रमुख क्रिस्चियन थे लेकिन तमिल के नाम पर अन्य हिन्दू तमिलों को अपनी सेना में शामिल करते रहे ।
हिन्दू तमिल अपने क्रिस्चियन तमिल नेताओं के अलगाववादी बातों में आकर उनके आतंकी गतिविधियों का हिस्सा बन गए फिर फिर श्रीलंका की सेना द्वारा दर्दनाक नरसंहार में मारे गए।
उसी तरह चर्च के कांसेप्ट पर बोडो , मणिपुर , नागालैंड के आतंकी संघठन अलगावादी हिंसा कर रहे है ।
असम में हिन्दू सत्तर लोग काल की कोख में चले गये सब चुप हैं
कुछ लोगों की संवेदनाएं भी बस अन्तराष्ट्रीय रह गयी हैं !!
भारत में ज्ञान प्राप्त करने आये और भारत में ही शरीर त्याग ने वाले ईसा मसीह की वास्तविकता पर ईसायत मौन!
इन संगठनों के पीछे ईसाई मिशनरी को साबित करते प्रमाणित लिंक देख सकते हैं
कुछ लोग ईसाई मिशनरी के लिए प्रमाण चाहते हैं
भारत के पश्चिम बंगाल में मुस्लिम बहुल इलाके में हिन्दुओ के श्मशान में अब शव जलाने पर भी पुलिस और मुल्लो परमिशन अनिवार्य---
http://hinduexistence.org/…/hindu-cremation-needs-islamic-…/
http://www.hindujagruti.org/…/20219_hindu-cremation-needs-i…http://www.hindujagruti.org/…/20219_hindu-cremation-needs-i…http://www.hindujagruti.org/…/20219_hindu-cremation-needs-i…
आसाम से लगते – बंगाल का भी हाल जान लीजिये
दुनिया में कब क्या हुआ ये भी जान लीजिये
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=344360035727450&set=a.160206300809492.1073741827.100004603693483&type=1&theater&notif_t=like
-----------------------
मुझे नही लगता -- सभी मित्र-- इतने लिंक देख पाएंगे।
-- गिरधारी भार्गव --4.1.2015---:

Translate

Opinion

Contact Us

Name

Email *

Message *

Followers

WP Theme-junkie converted by Blogger template